Raksha Bandhan 2023 Date : क्यों मनाया जाता है रक्षाबंधन का त्योहार, जानें इसका महत्व
Raksha Bandhan 2023 Date : क्यों मनाया जाता है रक्षाबंधन का त्योहार, जानें इसका महत्व
रक्षाबंधन का त्योहार क्यों मनाया जाता है ?
प्राचीन कथाओं के अनुसार कुछ कहानियां प्रचलित हैं। द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण की तर्जनी उंगली शिशुपाल के युद्ध के समय कट जाती है तब उनके हाथ से खून गिरने लगा तो द्रौपदी ने अपनी साड़ी का पल्लू फाड़कर उनके हाथ पर पट्टी बांधी थी इसके बाद भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी को उनकी रक्षा का वचन दिया था. भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी के चीरहरण के वक्त उनकी रक्षा की तब से इस त्योहार को मनाया जा रहा है।
ऐक ये कहानि भी प्रचलित हैं। भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेने के बाद ऐक बार ब्राह्मण का वेश धारण करके राजा बलि से तीन पग भूमि दान में मांगी राजा बलि अपनी दानशील प्रवृत्ति के लिए तीनों लोकों में प्रसिद्ध था इसलिए राजा बलि ने मांग स्वीकार कर लिए जाने पर भगवान वामन ने अपना विशालरूप प्रकट किया और दो पग में सारा आकाश, पाताल और धरती नाप लिया। फिर राजा बलि से पूछा कि तीसरा पाव कहां रखूं? तब विष्णुभक्त राजा बली ने कहा, भगवान आप मेरे सिर पर रख लीजिए और राजा बलि को पाताल लोक भेज दिया। कहा जाता है कि उसी की याद में रक्षाबंधन पर्व मनाया गया।
रक्षाबंधन पर्व से ऐतिहासिक प्रसंग भी जुड़े हैं। भारतीय इतिहास ऐसे प्रसंगों से भरा पड़ा है, जब राजपूत योद्धा युद्ध के मैदान में जाते थे तब सभी योद्धा की आरती उतारकर कलाई पर रक्षा सूत्र बांधते थे।
रक्षाबंधन का महत्व
प्राचीनकाल से ही राखी के रूप में मौली या कलावा बांधने का प्रचलन रहा है। भारत के अलग-अलग हिस्सो मे अलग-अलग नाम से मनाते है।उत्तर भारत में श्रावण की पूर्णिमा को राखी का त्योहार मनाया जाता है, और दक्षिण भारत में इस दिन नारियल पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है। नारियल पूर्णिमा के दिन मछुआरें भगवान इंद्र और वरुण की पूजा करते हैं उसके बाद समुद्र में मछली पकड़ने की शुरुआत करते है। इसीलिए इस राखी पूर्णिमा को वहां नारियल पूर्णिमा भी कहते हैं।
Q : रक्षाबंधन का त्यौहार कब मनाया जाता है ?
Ans : श्रावण माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।
Comments
Post a Comment