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Happy Raksha Bandhan 2023: Rakhi Shubhkamnaye Wishes with Image In Hindi

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Happy Raksha Bandhan 2023: Rakhi Shubhkamnaye Wishes with Image In Hindi Happy Raksha Bandhan 2023:  रक्षाबंधन त्योहार का अर्थ है, कि रक्षा का बंधन, यानी एक ऐसा त्योहार जिसमें भाई बहन की रक्षा का वचन लेते है और बहने माथे पर तिलक लगाकर कलाई पर राखी बांधकर भाई के लिए लंबी उम्र और जीवन के हर सफर में सफल होने की प्राथना करती है। हिंदू धर्म के अनुसार रक्षाबंधन भाई बहन के पवित्र रिश्ते का सबसे बड़ा पर्व होता है। ऐसे में रक्षाबंधन मनाने के लिए भाई-बहन बहुत उत्साही होते हैं।  इस त्यौहार मे भाई-बहन, रिश्तेदारों, परिवार और दोस्तों को रक्षाबंधन की बधाई देते हैं। अगर आप भी रक्षाबंधन के मौके पर खास शुभकामना संदेश देना चाहते हैं तो यहां आपको रक्षाबंधन की शुभकामनाएं 2023 पर Quotes, Status, Happy Raksha Bandhan With Image share कर रहे है। जो Facebook, Whatsapp, और Instagram पर सेयर कर सकते है।  Rakhi Wishes, Quotes with Image In Hindi सूरज की तरह चमकते रहो, फूलों की तरह महकते रहो, यही दुआ है इस बहन की आज कि आप सदा खुश रहो। बहन की तरफ से भाई को राखी की हार्दिक शुभकामनाएँ। है ये कच्चे धा

Raksha Bandhan 2023 Date : क्यों मनाया जाता है रक्षाबंधन का त्योहार, जानें इसका महत्व

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Raksha Bandhan 2023 Date : क्यों मनाया जाता है रक्षाबंधन का त्योहार, जानें इसका महत्व Raksha Bandhan 2023 : रक्षाबंधन भाई-बहन के पवित्र बंधन का त्योहार है। रक्षाबंधन श्रावण महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है इस बार रक्षाबंधन पर्व 30 अगस्त को मनाया जाएगा इस पर बहनें अपने भाइयों को माथे पर तिलक लगाकर लम्बी आयु की कामना करते हुए राखी बांधती है। साथ में उनके जीवन में सफल होने की और स्वास्थ्य शरीर के लिए प्रार्थना करती हैं। इसके साथ ही भाई भी अपनी बहन को आजीवन रक्षा करने का वचन देता है। रक्षाबंधन का त्योहार क्यों मनाया जाता है ? प्राचीन कथाओं के अनुसार कुछ कहानियां प्रचलित हैं। द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण की तर्जनी उंगली शिशुपाल के युद्ध के समय कट जाती है तब उनके हाथ से खून गिरने लगा तो द्रौपदी ने अपनी साड़ी का पल्लू फाड़कर उनके हाथ पर पट्टी बांधी थी इसके बाद भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी को उनकी रक्षा का वचन दिया था. भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी के चीरहरण के वक्त उनकी रक्षा की तब से इस त्योहार को मनाया जा रहा है। ऐक ये कहानि भी प्रचलित हैं। भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेने के बाद ऐक बा